रांची31 मिनट पहले
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अंतराष्ट्रीय वन दिवस का आयोजन
रांची में अंतरराष्ट्रीय वन दिवस पर प्रदर्शनी कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस परिदृश्य पर अंतर्राष्ट्रीय एक दिवसीय अवसर पर हम संकल्प लें कि आने वाले 6 महीने में 5 पेड़ अवश्य लगायें और उन्हें अपने महत्वाकांक्षी को समर्पिंत करें। मुख्य मुख्य वन संरक्षक सह वन बल के प्रमुख डा0 संजय श्रीवास्तव ने यह बात कही। मंगलवार को पलाश भवन में अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस के अवसरों पर वन, पर्यावरण एवं विकास परिवर्तन विभाग, झारखंड सरकार द्वारा आयोजित ऑल इंडिया स्प्रिंग आर्ट कैंप “प्रकृति” कार्यक्रम में, मुख्य अतिथि उन्होंने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि झारखण्ड एक समृद्ध प्रदेश है, लेकिन हमारे सामने कई मिलते हैं। झारखंड के दृश्य में बात करें, तो वृक्ष परिवर्तन परिवर्तन राज्य में चिंता का विषय है। भूमि की सबसे अधिक शक्ति में भी झारखण्ड नीचे है। इस दिशा में हमें काम करने की गाइड हैं। उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह से जंगल पर कायम हैं।
लगभग 95 प्रतिशत खाने के सामान से लेकर 75 प्रतिशत दवाई बनाने के उत्पाद ही आते हैं। हमें वनों का संरक्षण एवं विकास पर ध्यान देना होगा। कलाकार हो या वन सुरक्षा समिति के सदस्य, कर्मचारी हों या सहयोगी, सभी को आपस में सहयोग करते हुए वनों को बढ़ाने, और उनके विकास को अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेवारी समझने का कार्य करना होगा।
राज्य के 36 स्थानों में नगर वन विकसित करने की योजना
संजय श्रीवास्तव ने कहा कि झारखण्ड के शहरों में नगर वन की योजना पर काम किया जा रहा है। पूरे राज्य के 36 स्थानों में नगर वन विकसित करने का कार्य किया जा रहा है, जहां 2-4 हेक्टेयर जमीन पर जंगल का स्वरूप आकारा जा रहा है। साथ ही पूरे राज्य में नदियों के किनारे भी लगभग 134 किमी की दूरी पर पेड़ों को लगाएंगे।
2 साल में 2 प्रतिशत एक की वृद्धि
ऊपरी मुख्य वन संरक्षक, अभियान श्री संजीव कुमार ने कहा कि वन का महत्व सभ्यता की शुरुआत से है। आज वन का महत्व अस्तित्व से जुड़ गया है। वर्तमान में विकास परिवर्तन की समस्या से वन का महत्व और बढ़ गया है। हमें वन के विकास एवं संरक्षण पर ध्यान देने की आवश्यकता है। विभाग लगातार इस ओर प्रयासरत है कि वर्ष 2021 की 17वीं रिपोर्ट में झारखंड में 110 वर्ग किमी वन क्षेत्र बढ़ा है। उन्होंने कहा कि झारखंड देश के वन राज्यों में शामिल है, जहां पिछले 2 वर्ष में 2 प्रतिशत वन की वृद्धि हुई है। हुआ है। उन्होंने कहा कि वन विभाग वन का विकास, जल का संरक्षण एवं वन क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए वन पर आधारित जीविका के लिए भरण-पोषण है। उन्होंने कहा कि कल वाल्टर डे भी मनाया जाएगा।
प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया
इस अवसर पर झारखंड के विभिन्न प्रतिष्ठान को एक सुरक्षा समिति के सदस्यों का प्रशस्तिपत्र दिया गया। वन सुरक्षा समिति के सदस्यों एवं विभिन्न राज्यों से आयें कलाकरों और वन संरक्षण की दिशा में कार्य कर रहे लोगों ने अपने-अपने अनुभव साझा किए।
चित्रकार अपनी तस्वीरों के माध्यम से जागरुक हो रहे हैं
ऑल इंडिया स्प्रिंग आर्ट कैम्प “प्रकृति” में देश के विभिन्न राज्यों से आए बच्चे और राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों द्वारा तीन दिनों तक वन, पर्यावरण एवं वन्य जीवन परिवर्तण के विषय पर चित्र बनाकर दिखाया जा रहा है। चित्रकार अपनी तस्वीरों के माध्यम से लोगों को वनों के संरक्षण के लिए जागरूक करने का काम कर रहे हैं। देश के कोने-कोने से चित्रकार आए हैं और अपने चित्रकारी के आवरण समाज को प्रकृति को संरक्षित करने का संदेश दे रहे हैं। यह त्रिदिवसीय कार्यक्रम दिनांक 20 मार्च से 22 मार्च 2023 तक पलाश सभागार, वन भवन, डोरंडा, रांची में आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर विभिन्न स्टालों पर कलाकारों द्वारा छवि का मुख्य अधिग्रहण अवलोकन और प्रमाणीकरण किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों द्वारा बच्चों को भी चित्रकारी के बारे में बताया गया। साथ ही उनसे पर्यावरण संरक्षण के बारे में भी जानकारी साझा की गई।