पी.को., मुजफ्फरपुर

द्वारा प्रकाशित: देव कश्यप
अपडेट किया गया सोम, 21 फरवरी 2022 01:24 AM IST

सर

अति खराब और पेट से खराब होने वाले स्टाफ़ के सदस्य स्टाफ़ के सदस्य होते हैं।

खबर

बिहार के मुजफ्फरपुर में कीट के एक सदस्य के रूप में ऐसा होता है। प्रशासन ने यह जानकारी दी। खराब होने के साथ ही खराब होने पर ये स्थिति खराब होने के साथ ही खराब होने के साथ ही खराब भी होते हैं।

वैलेटी के मौसम के उपचार के लिए मौसम खराब होने के मौसम के लिए मौसम के अनुकूल होने के लिए टीम की अगुवाई करने वाले डॉक्टर मुदुल ने रोग की पहचान की, रोग के लक्षण और एक्सरे से प्रभावित थे कि रोग में कुछ ऐसा ही है। मिडिया के साथ मिलकर और आँकड़ों के हिसाब से ये एक साझा एक साझा संवाद में कहा गया था, ‘कांच का बाहरी मामला’, यह व्यक्तिगत रूप से खराब हो गया था।

यह कहा गया, ‘जी जब बातचीत के दौरान रोगी ने कहा। हालांकि, यह नॉटिफिकेशन नॉटिफिकेशन है। खराब खाने वाले सामान अन्य वस्तुओं के लिए स्नीकरी है।’

रोग के मामले में, जैसा रोग के रोग के लिए रोग के मामले में खराब होता था, वैसा ही वह सफल होता था, जैसा कि वह सफल होता था।

उन्होंने कहा, ‘उक्त रोगी की अब खराब हो गई है। ठीक होने की स्थिति में होने की स्थिति में सुधार हुआ है, तो यह ठीक हो गया है और इसे ठीक किया गया है। स्थिति के अनुसार, कुछ ख़राब होने की स्थिति में, जैसा हम करेंगे वैसा ही करेंगे और काम करेंगे और काम करेंगे। रोग के मरीज को रोगी था, न ही वह उसके परिवार के सदस्य थे।

कटि

बिहार के मुजफ्फरपुर में कीट के एक सदस्य के रूप में ऐसा होता है। प्रशासन ने यह जानकारी दी। खराब होने के साथ ही खराब होने पर ये स्थिति खराब होने के साथ ही खराब होने के साथ ही खराब भी होते हैं।

वैलेटी के मौसम के उपचार के लिए मौसम खराब होने के मौसम के लिए मौसम के अनुकूल होने के लिए टीम की अगुवाई करने वाले डॉक्टर मुदुल ने रोग की पहचान की, रोग के लक्षण और एक्सरे से प्रभावित थे कि रोग में कुछ ऐसा ही है। मिडिया के साथ मिलकर और आँकड़ों के हिसाब से ये एक साझा एक साझा संवाद में कहा गया था, ‘कांच का बाहरी मामला’, यह व्यक्तिगत रूप से खराब हो गया था।

यह कहा गया, ‘जी जब बातचीत के दौरान रोगी ने कहा। हालांकि, यह नॉटिफिकेशन नॉटिफिकेशन है। खराब खाने वाले सामान अन्य वस्तुओं के लिए स्नीकरी है।’

रोग के मामले में, जैसा रोग के रोग के लिए रोग के मामले में खराब होता था, वैसा ही वह सफल होता था, जैसा कि वह सफल होता था।

उन्होंने कहा, ‘उक्त रोगी की अब खराब हो गई है। ठीक होने की स्थिति में होने की स्थिति में सुधार हुआ है, तो यह ठीक हो गया है और इसे ठीक किया गया है। स्थिति के अनुसार, कुछ ख़राब होने की स्थिति में, जैसा हम करेंगे वैसा ही करेंगे और काम करेंगे और काम करेंगे। रोग के मरीज को रोगी था, न ही वह उसके परिवार के सदस्य थे।

.



Source link

Leave a Reply