सड़क दुर्घटना में हो गई थी जान।
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बिहार में सोमवार को पुलिस ने घायल अवस्था में एक व्यक्ति को सदर अस्पताल बनाया जिसके इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई। न उस घायल व्यक्ति को अस्पताल में बल्कि स्थानीय पापारेजी को उसकी फोटो वायरल कर, अज्ञात घायल व्यक्ति की पहचान जोखिम की कोशिश भी की, लेकिन अस्पताल के कर्मचारी और वहां पहुंच न तो युवक की जान बचाई पाई और न ही शव को ही सुरक्षित ही पाया जिससे उसकी पहचान हो सके। यह संवेदनहीन मामला मुंगेर सदर अस्पताल का है।
परिजन स्वास्थ्य विभाग पर लगे ऐसे ही आरोप
वायरल तस्वीर को देखकर परिजन सदर अस्पताल पहुंचे। परिजनों ने जब शव को देखा तो युवक के शव को कुत्तों ने नोच खा लिया। अब परिजन स्वास्थ्य विभाग पर इसी तरह के आरोप लगा रहे हैं। यह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव का स्वास्थ्य विभाग है।
गाड़ी ने टक्कर मार कर भाग लिया
सोमवार की दोपहर लगभग 3:00 बजे कुछ लोगों ने एक 42 वर्षीय गंभीर रूप से घायल एक अज्ञात युवक को सदर अस्पताल के आपातकालीन कक्ष लाकर छोड़ दिया। सदर अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में ड्यूटी कर रहे डॉ. हेमंत कुमार ने युवक को मृत घोषित कर दिया। तब तक ई उससे पहचान लेकर युवक वहां से चले गए थे। डॉ. हेमंत ने बताया कि जो लोग इसे लेकर आए थे, वह कह रहे थे कि इसे हम लोग रामनगर थाना क्षेत्र के तेलिया तालाब के पास सड़क किनारे घायल राज्य में गिरा देखकर इलाज के लिए देख रहे हैं। शायद यह जुगाड़ गाड़ी ने झटका मार कर भाग लिया। अज्ञात युवक रहने के कारण एवं उसके परिजन मिलने के कारण सदर अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दे दी।
सोशल मीडिया पर वायरल हो गया
इस संबंध में कोतवाली थाने के किशोर कुमार पांडे ने कहा कि अज्ञात युवक के मृत होने की खबर पुलिस सदर अस्पताल में पहुंची थी। उसकी तस्वीर लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। उसी के साथ उनके रिश्तेदार का पता लगाने के लिए टीम को लगाया गया। उन्होंने बताया कि देर रात मिन्नत नगर से उनके परिजनों का पता चला। वह व्यक्ति शव की पहचान अधिक होगी। शव मिन्नत नगर के रहने वाले मो. ईदो के 42 वर्षीय पुत्र मोहम्मद अनवर के रूप में हुई है।
सुबह परिजन पहुंचे तो शव को जानवर ने नोच खाया
मोहम्मद अनवर के परिजन और मुंगेर के डिप्टी मेयर खालिद हुसैन ने स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगाया कि शाम को जब पुलिस प्रशासन की तस्वीर लेकर वायरल हुआ था तो तस्वीर में शव सही था। लेकिन जब सुबह हम लोग शव को देखने पहुंचे तो शव क्षत- विकट था। जानवर शव के मुंह को खा गया था। बायां चेहरे जानवर ने नोच खाया था। डिप्टी मेयर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का बड़ा चयन है कि लाश के शव को खुले में छोड़ दिया और आवारा जानवर अपने शव को नोचते रहे।
जानिए, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक क्या कहते हैं
इस संबंध में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ रमन ने कहा कि सोमवार की शाम एक अज्ञात युवक का मृत शरीर था। इसकी सूचना प्रशासन को दी गई थी और शव हाउस हाउस में रख दिया गया था। शव कैसे हुआ खराब है इसकी जांच की जाएगी और निर्णय पर कार्रवाई भी होगी।