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- 30 मई को मनाई जाएगी वट सावित्री, मुहूर्त सुबह 5:14 से 3:45 बजे तक करेंगे वट वृक्ष की पूजा और पति की लंबी उम्र की कामना
सीतामढ़ी36 पहले
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- पैट बाज़टी के वट वृक्ष के रूप में विशेष रूप से सवटित सावित्री मंगल का मंगल का गुण
जेष्ठ कृष्ण अमावस्या इस बार 30 मई को मंगलवार को। परंपरा के अनुसार इस तरह की खुशहाली महिला परिवार के लिए अर्चुन के अनुसार परिवार के साथ खुश होती है। वेवट वृक्ष की छांव में सावित्री सत्यवान कथा सुनती है। अर्चना इस बार विशेष वर्ष. बार वट सावित्री के दिन ही सोमवती अमावस्या का भी विशेष इत्तफाक।
इस बार 30 मई को शनिदेव की जुबली है। सूर्यदेव वैद्य के सोने के पराक्रमी और निष्ट पर्सनैलिटी के मैनेज है। ऐसी kaythaumatauma वे वे वे वे के तहत गलत गलत गलत गलत गलत गलत गलत गलत को भी दंडित दंडित दंडित दंडित से से नहीं नहीं नहीं नहीं कहावत है कि इस बार 5.14 से 3.45 बजे तक सावित्री का शुभ मुहूर्त है। वैभव कि स्थापना नवग्रह मंदिर में स्थापित है। शनिदेव पर शनिदेव और शनिशिवलिंग की विशेष पूजा की स्थिति। इसके ष्ठ इस बार भी वैट वैट में इस बार भी वैटविटी की पूजा करेंगे। स्थ में नवग्रह मंदिर में शनिदेव जुबली पर शनिदेव की विशेष पूजा व जवन के हवन की। धर्म के पेसर पंडित कृष्ण कुमार झा ने प्रति वर्ष की तरह इस बार भी लागू किया था। आने वाले समय में.