रांची11 मिनट पहले

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जेबीवीएनएल ने राजस्व नुकसान की अनुमान अनुमान उपाय

झारखंड बिजली वितरण निगम राजस्व हड़पना और अपनी आय बढ़ाने के लिए कई तरह से उपाय कर रहा है। बकाया बिजली बिल के भुगतान के लिए ऑफर दे रही है तो कई बार दंडात्मक कार्रवाई भी कर रही है। अब जेबीवीएनएल ने उपभोक्ताओं की समस्याओं के समाधान के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किए हैं। ये हेल्पलाइन नंबर इसलिए जारी किए गए हैं कि कनेक्शन को बिजली बिल मिलने में समस्या का समाधान मिल सकता है। दरअसल जेबीवीएनएल को लगातार दस्तावेजों के दौरान शिकायत मिल रही थी कि उस समय बिजली का बिल ही नहीं मिलता तो सागर कैसे जारी करें। उपभोक्ताओं की यही समस्या देखते हुए कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए।
हेल्पलाइन में करें शिकायत, तुरंत होगा समाधान
जेबीवीएनएल ने बिजली उपभोक्ताओं के लिए नंबर जारी किया। इन नंबरों पर उपभोक्ता बिजली बिल समय पर नहीं मिलने की शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए निगम ने टीम भी बनाई है। यह टीम मिलने वाली कनेक्शन पर तुरंत मदद करेगी। शिकायत मिलते ही जेबीवीएनएल की टीम उपभोक्ता से जल्द ही संपर्क कर सकती है, जल्द ही समस्या का निदान कर सकती है। जेबीवीएनएल का राजस्व संग्रह जिसके लिए कनेक्शन को घर पर ही बिजली बिल देने की व्यवस्था की गई है। उपभोक्ता अपनी बिजली बिल संबंधी शिकायत 9431708974, 9431709171, 9431135535, 9431135503, 9431135515 पर कर सकते हैं। इन नंबरों पर शिकायत ही केंद्र एग्जीक्युटिवेटिव प्रॉब्लम को संबधित अधिकारियों को आमंत्रित करते हैं। प्रत्येक समस्या और डिवीजन के अनुसार अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्यभार सौंपा गया है, ताकि वे उपभोक्ता की समस्या को देख सकें। साथ ही कहा है कि दिन भर मिली शिकायत की हर शाम समीक्षा भी होगी।
किस्तों में बिल जमा करने का ऑफर
जेबीवीएनएल अपनी ग्राहकों को कई तरह की गारंटी भी दे रहा है। जहां स्मार्ट मीटर लगाने पर एक सौ यूनिट बिजली मुक्त दे रही है वहीं ज्यादा बिजली बिल होने की स्थिति में उसे किस्तों में जाम करने का मौका भी दे रही है। ऑफर देने के साथ ही जेबीवीएनएल एक्शन भी कर रही है। पिछले एक महीने में विभिन्न क्षेत्रों में जेबीवीएनएल की टीम ने तीन हजार से अधिक बकाएदारों के घर और प्रतिष्ठान में प्रतिष्ठा भी की है। जमाखोरों पर फाइन भी दिया जाता है। इसी के साथ स्टेट्स भी की जाती है। ऐसे में जेबीवीएनएल से सोशल मीडिया के माध्यम से यह भी अपील की जा रही है कि उपभोक्ता अपना छलावा बिजली का बिल जमा कर लें।
जेबीवीएनएल को एक साल में 2088 करोड़ रुपये का घाटा
जेबीवीएनएल की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक एक साल में 2088 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में बिजली की बिक्री से 5869.89 करोड़ रुपये मिले हैं। वहीं सरकार से अनुदान के रूप में 1077.65 करोड़ रुपये मिले हैं। यानी कुल आय 6947.55 करोड़ है। जेबीवीएनएल द्वारा एक साल में 6430.83 करोड़ की बिजली दी गई। इंप्लायी बेनिफिट पर खर्च 169.93 करोड़ रुपये है। फाइनेंस कोस्ट 544.17 करोड़ है। मूल्य ह्लास और परिशोधन व्यय 1358.68 करोड़ रुपए हुआ है। अन्य खर्च के रूप में 432.30 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं। कुल 9035.93 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। यानी आय से 2088.38 करोड़ रुपये अधिक खर्च किए गए हैं।

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