दिल का दौरा: जिम में एक्सरसाइज करने के दौरान दिल का दौरा पड़ने का एक चलन मानो चल रहा हो जाता है। हाल ही में प्रसिद्ध अभिनेता सिद्धांत सूर्यवंशी और कलाकार राजू श्रीवास्तव की हार्टअटैक से मौत हो गई। लगातार एक के बाद एक जिम के दौरान हार्ट अटैक की खबरें आने से लोगों के मन में ये डर बैठ गया है कि जिम करना चाहिए या नहीं? साथ ही साथ ये भी जानना चाहते हैं कि असली युवाओं को दिल का दौरा क्यों पड़ रहा है?
ये तथ्य है कि रोजाना एक्सरसाइज करने से दिल की सेहत में सुधार होता है। लेकिन, पिछले कुछ समय से व्यायाम करते समय दिल के दौरे के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में कुछ लोगों को अब व्यायाम करने से भी डर लग रहा है। मुंबई के सर एचएन रिलायेंस के सलाहकार कार्डियक सर्जन डॉ. बिपिन चंद्र भामरे ने जिम ज्वाइन करने से पहले कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखने की सलाह दी है। यदि आप इन बातों का ध्यान रखते हैं तो हार्ट अटैक के खतरों से बचा सकता है।
इसलिए लोगों को हार्ट अटैक हो रहा है
डॉ. बिपीनचंद्र भामरे ने बताया कि सबसे पहले ये मांग करते हैं कि अगर किसी व्यक्ति को व्यायाम के दौरान भारीपन, बाएं कंधे में दर्द जैसे दिल के दर्द के लक्षण दिखाई देते हैं या महसूस हो रहे हैं तो तुरंत व्यायाम बंद कर देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि लाइनिंग, हाई ब्लड प्रेशर, धूम्रपान के इतिहास, ह्रदय रोग के पारिवारिक इतिहास वाले लोगों को भी सावधानी और ज्यादा देर तक जिम नहीं करना चाहिए। जिम करते हुए फास्ट से व्यायाम, अधिक दोहराव, अधिक वजन या बिना ब्रेक के एक्साइज करने से दिल का दौरा पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि ऐसा तब होता है जब कोई व्यक्ति बचपन से सक्रिय न हो और अचानक अपनी फिटनेस को बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज शुरू कर देता है।
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डॉ. भामरे ने बताया कि कई लोग शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं होते हैं और वे अचानक फिट होने और स्वस्थ जीवन शैली के लिए बच्चों की योजना बनाते हैं। लेकिन, इससे पहले ये जरूरी है कि व्यक्ति अपनी सेहत की स्थिति जान लें। अगर किसी व्यक्ति को छाती या पेट में भारीपन, मिचली, चक्कर आना या कमजोरी महसूस होती है तो उसे तुरंत व्यायाम करना बंद कर देना चाहिए क्योंकि ये एक अस्पष्ट समस्या का संकेत हो सकता है। एक्साइज के दौरान अचानक कार्डियक अरेस्ट दिल से जुड़ी स्थिति के कारण होता है। जब व्यक्ति एक्साइज करता है तो दिल पर जोर पड़ता है जिसकी वजह से प्लाक फट जाता है।
इन बातों का ध्यान रखें
डॉ. भामरे ने बताया कि यदि कोई व्यायाम या जिम जाने की योजना बना रहा है तो उसे पहले अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। अपने दिल की सेहत के बारे में जानने के लिए अपना कार्डियक स्क्रीनिंग करवाना न लें। इससे आपको दिल के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी मिलेगी और आप अनुमान लगाएंगे। उन्होंने बताया कि फिट रहने के लिए सप्ताह में कम से कम 5 दिन 150 मिनट के लिए ब्रिस्क वॉकिंग, जॉगिंग, साइकिलिंग, करोड़ों और योग जैसी गतिविधियों का विकल्प चुनें। लगातार 2 से 3 घंटे एक्सरसाइज करने के बजाय 45 मिनट एक्सरसाइज करना बेहतर है। यदि आपको शरीर में दर्द या सांस फूलने या कमजोरी महसूस होती है तो व्यायाम न करें। डॉ. भामरे ने बताया कि धीरे-धीरे व्यायाम शुरू करें और फिर वजन उठाएं। यदि आप किसी दिन अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो इस दिन जिम जाने के बजाय आराम करें। अपनी क्षमता के अनुसार एक्सरसाइज करें और दुसरो को देखने से बचें।
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