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मंच पर भोजपुरी बार बाला ओं को ठमके के विधायक जी का दिल ममलेनेद। मंच पर मंच पर नहीं। बालाओं के साथ अच्छी तरह से मजबूत।

खबर

बिहार की एक बैठक की बैठक में जेडीयू के सदस्य मंडल का आयोजन रंगीन हो गया। … फिर थाने ने वीडियो बनाया और सोशल मीडिया में व्यवस्था की। विधायक के ठुमकों के अब सभी मजे ले रहे हैं।
यह वाकया भागलपुर के सबौर के फतेहपुर गांव में था। एक समारोह में आयोजित होने वाले समारोह की बैठकों में कार्यक्रम आयोजित होने वाले एक मंच पर भोजपुरी बार में आयोजित होते हैं। यह विधायक जी का दिल मचलने वाली और पायर थिरकनेलेग। मंच पर मंच पर नहीं। बालाओं के साथ अच्छी तरह से मजबूत।

‘दिलबर- दिलबर’ और ‘ब पर पर जीजा’ गीत पर नाचे
नेटवर्क वीडियो में सदस्य मंडली ‘दिलबर-दिलबर’ और बुलेट पर जीजा’ पर बार बालाओं संग नाचते नजर आ रहे हैं। एक अन्य अभियान अभियान में वह बार बाला पर नज़र रखें।

आप नाचते कतारें हैं?
गोपाल ने पार्श्व में नवागंतुक पत्रिका मंडल, मिक तालिका में कुछ रोचक सियासी किस्से सुनाए। उन्होंने कहा कि दैवीय वचन पत्र ने जी ‘नीतीश कुमार’ ने कहा कि आप नाचते क्यूं? यह कहा गया है, बज रहा है तो मैं बेकाबू हूं और खुश हूं। कला को नाचने से कोई नहीं पाता।’

मंडली में शामिल नहीं होंगे। हालांकि सौम्य सीएम नीतीश बाबू को उनकी यह खुशी कम समझ आती है, इसीलिए उन्होंने सवाल के अंदाज में अपनी नाराजगी प्रकट की, लेकिन मंडल महाशय का जीने का अंदाज जुदा है। सुप्रभात की परोक्ष

कटि

बिहार की एक बैठक की बैठक में जेडीयू के सदस्य मंडल का आयोजन रंगीन हो गया। … फिर थाने ने वीडियो बनाया और सोशल मीडिया में व्यवस्था की। विधायक के ठुमकों के अब सभी मजे ले रहे हैं।

यह वाकया भागलपुर के सबौर के फतेहपुर गांव में था। एक समारोह में आयोजित होने वाले समारोह की बैठकों में कार्यक्रम आयोजित होने वाले एक मंच पर भोजपुरी बार में आयोजित होते हैं। यह विधायक जी का दिल मचलने वाली और पायर थिरकनेलेग। मंच पर मंच पर नहीं। बालाओं के साथ अच्छी तरह से मजबूत।

‘दिलबर- दिलबर’ और ‘ब पर पर जीजा’ गीत पर नाचे

नेटवर्क वीडियो में सदस्य मंडली ‘दिलबर-दिलबर’ और बुलेट पर जीजा’ पर बार बालाओं संग नाचते नजर आ रहे हैं। एक अन्य अभियान अभियान में वह बार बाला पर नज़र रखें।

आप नाचते कतारें हैं?

गोपाल ने पार्श्व में नवागंतुक पत्रिका मंडल, मिक तालिका में कुछ रोचक सियासी किस्से सुनाए। उन्होंने कहा कि दैवीय वचन पत्र ने जी ‘नीतीश कुमार’ ने कहा कि आप नाचते क्यूं? यह कहा गया है, बज रहा है तो मैं बेकाबू हूं और खुश हूं। कला को नाचने से कोई नहीं पाता।’

मंडली में शामिल नहीं होंगे। हालांकि सौम्य सीएम नीतीश बाबू को उनकी यह खुशी कम समझ आती है, इसीलिए उन्होंने सवाल के अंदाज में अपनी नाराजगी प्रकट की, लेकिन मंडल महाशय का जीने का अंदाज जुदा है। सुप्रभात की परोक्ष

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