पीरियड्स (Periods) के दौरान दवा लेने के लिए महिलाओं के लिए आम बात है। कुछ महिलाएं या लड़कियां बार-बार पीरियड्स में दवाइयां लेती हैं। वहीं कुछ महिलाओं के मासिक धर्म सही मायने में हानिकारक होते हैं। ऐसी महिलाओं के साथ एक परेशानी यह है कि बिना दवा लिए उनके पास कोई आरक्षण नहीं बचा है। डॉक्टर के अनुसार आहार के कारण कई बार पेट खराब, मतली, उल्टी और दस्त भी हो सकते हैं। इसलिए कभी भी पीरियड्स में बार-बार दवाओं की लत न लगना। पेट में दर्द और ऐंठन होने पर पानी पिएं या गर्म पानी के बैग से काई कर लें। लेकिन हर बार दवा खाना स्वास्थ्य के होश से ठीक नहीं है।
सीक्ट्रस में बार-बार दवा लेना खतरनाक है?
आपको जानकर हैरानी होगी कि पीरियड्स में बार-बार दवा लेने से यह आपके पेट को हद तक परेशान कर सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं पेट में अल्सर और हल्का ब्लीडिंग का खतरा भी बढ़ जाता है। दवा खाने से पेट खराब होने का जोखिम रहता है इसलिए डॉक्टर हमेशा सलाह देते हैं कि इस भोजन या दूध के साथ ही लेना चाहिए।
हेवी ब्लीडिंग वाले को दवा सोच समझकर खानी चाहिए
औषधि हमेशा समझौते ब्लीडिंग के जोखिमों को देखती है। जिसके कारण काफी समय तक ब्लीडिंग हो सकती है। जिन महिलाओं को हेवी ब्लीडिंग या फ़्लो होता है। उन्हें तो ठीक से किसी भी दवा लेने से बचना चाहिए। और अगर दवा ही ली जाती है तो उन्हें दवा से जुड़ी पूरी जानकारी दी जानी चाहिए।
आमतौर पर सीक्शंस के दौरान ली जाने वाली दवाएं लगातार बर्थ को कंट्रोल करने वाली होती हैं। पीरियड्स के दौरान बॉडी और पैर में दर्द, हेवी ब्लीडिंग को एक हद तक कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। हालांकि इसके कई साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। जैसे सिरदर्द, मतली, मूड स्विंग के साथ ही ब्लड क्लॉट जैसी परेशानी शामिल होती है। सभी सीक्शंस वाली दवाओं के साइड इफेक्ट नहीं होते हैं। लेकिन कुछ के गंभीर होते हैं। किसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह बेहद जरूरी है।
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