रांची3 घंटे पहले

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  • सीबीआई ने पूर्व प्रधान आयकर आयुक्त के खिलाफ चार्जशीट फाइल की

सीबीआई ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में रांची के पूर्व प्रधान आयकर आयुक्त तापस कुमार दत्ता के खिलाफ जांच पूरी करने के बाद शुक्रवार को चार्जशीट फाइल की। सीबीआई के स्पेशल जज प्रभात कुमार शर्मा की अदालत में पेश चार्जशीट में तापस के अलावा उनकी पत्नी, विश्वनाथ अग्रवाल और संतोष कुमार शाह को आरोपित किया गया है।

सीबीआई के जांच अधिकारी ने रांची के तत्कालीन प्रधान आयकर आयुक्त तापस कुमार दत्ता के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति आदेश भी कोर्ट में दाखिल किया है। सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि तापस ने अपने पद का दुरुपयोग तो किया ही, भ्रष्टाचार में अपनी पत्नी के साथ-साथ बिजनेसमैन विश्वनाथ अग्रवाल व संतोष कुमार साह को भी शामिल किया। एक षड्यंत्र के तहत उसने ब्लैक मनी को ह्वाइट करने के लिए अपने परिचित और रिश्तेदारों को कर्ज दिया।

सीबीआई की चार्जशीट और अभियोजन स्वीकृति आदेश के आधार पर स्पेशल जज ने चारों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के साथ-साथ भादवि की धारा 109 और 120 बी के तहत संज्ञान लिया है। कोर्ट ने उपरोक्त सभी आरोपियों को हाजिर होने के लिए सम्मन जारी करने का आदेश दिया है।

प्रमोद धानुका व संतोष शाह को भी दिया है कर्ज
सीबीआई ने तापस कुमार दत्ता के खिलाफ जांच के दौरान सबूत इकट्ठा कर लिया है। जिसके मुताबिक, तापस ने उच्च पद पर रहते हुए 1 अप्रैल 2012 से 12 अप्रैल 2017 तक मात्र पांच साल की अवधि में अपने वेतन को छोड़कर 9 करोड़ 78 लाख 61 हजार रुपए की संपत्ति भ्रष्टाचार के जरिए अर्जित की, जो उसके आय के स्रोत से अधिक पाया गया है। अवैध तरीके से अर्जित राशि में से तापस ने कर्ज के रूप में प्रमोद कुमार धानुका को एक करोड़ 65 लाख और संतोष कुमार शाह को दो करोड़ 50 लाख रुपए दिया है। प्रमोद कुमार धानुका इस मामले के आरोपी विश्वनाथ अग्रवाल का दामाद है। आरोपी विश्वनाथ अग्रवाल के जरिए ही तापस ने प्रमोद कुमार धानुका को ढाई करोड़ रुपए का कर्ज दिया है।

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